बुआ मायावती ने आखिर क्यों निकाला भतीजे आकाश को पार्टी से बाहर,वो भी चुनाव के दौरान
सत्य खबर, लखनऊ।
लखनऊ देश में लोकसभा चुनाव के चलते चुनावी सरगर्मी तेज है. इसी बीच उत्तर प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की मुखिया मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद पर बड़ा एक्शन लिया है. आकाश को बसपा के अहम पदों से हटा दिया है. मायावती का कहना है कि आकाश परिपक्व नहीं हैं. आकाश के एक भाषण को उनके करियर पर ब्रेक माना जा रहा है.
आकाश आनंद ने बीते 28 अप्रैल को सीतापुर में एक भाषण दिया था जिस पर चुनाव आयोग ने एक्शन लिया. केस भी दर्ज हो गया. इसी भाषण को उनके करियर का ब्रेक माना जा रहा है. सीतापुर में दिए भाषण में उन्होंने पीएम मोदी को कई बार बिना नाम लिए निशाना साधा. यहां तक कि केंद्र सरकार गद्दारों की, आकंतवादियों की सरकार तक कह दिया था. उन्होंने लोगों से कहा था कि यदि वोट मांगने आएं तो जूता तैयार रखिए.
आकाश आनंद ने कहा था कि इनकी पिछले 10 साल से सरकार है. इन लोगों ने न हमारे बच्चों को पढ़ने दिया, न रोजगार दिया. कोई पढ़ लिया रोजगार के लिए पेपर दिया तो पेपर लीक करा देते हैं. क्योंकि यह रोजगार नहीं देने चाहते. उन्होंने कहा था कि जनता विश्वास करके ही वोट दिया होगा, लेकिन सरकार ने विश्वासघाट किया. विश्वासघात करने वाले को गद्दार कहते हैं. यह पार्टी गद्दार है. यह आपकी गुनहगार है.
आकाश आनंद ने कहा था कि पद खाली पड़े हैं, लेकिन रोजगार नहीं देना चाहते. सरकार आपको पढ़ने नहीं देती, रोजगार नहीं देती. ऐसी सरकार को सत्ता में आने का कोई हक नहीं. अगर ऐसे लोग आपके बीच आते हैं, तो जूता निकाल कर रेडी कर लीजिए. वोट की जगह जूता मारने का समय आ गया है.
आकाश ने बयान दिया था कि देश में सबसे ज्यादा यूपी के बच्चे कुपोषित हैं. नेशनल क्राइम ब्यूरो का डेटा कहता है कि यहां साढ़े सोलह हजार से ज्यादा अपहरण के मामले दर्ज किए गए. यह गद्दारों की सरकार है. आगे कहा कि जो बच्चों को भूखा रखे, बहन-बेटियों पर अत्याचार करे. जहां युवा बेरोजगार हों. जनता फ्री राशन के नाम पर गुलाम बना दी जाए. ऐसी सरकार आकंतवादियों की सरकार होती है. यह बुलडोजर की सरकार नहीं आतंकवादियों की सरकार है.